इस भूमी पर अनेक बुद्ध हुए और भविष्य मे भी होगे, जौ बुध्द हो गए उनमे अब तक बौद्ध परम्परा मे 28 बुद्ध के नाम ज्ञात है, ज्ञात बुद्ध की सूची इस प्रकार है
1) तण्हङ्करा बुद्ध : सत्ताईस बुद्धों में से पहले हैं जिन्होंने मेधङ्करा बुद्ध और सबसे पहले ज्ञात बुद्ध के रूप में जाना था।
जन्म स्थान : पोपफावडी
माता -पिता : राजा सुनन्द और रानी सुनंदा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : रूक्कठ्ठाना वृक्ष
2) मेधङ्करा बुद्ध : सत्ताईस बुद्धों में से दूसरे हैं जिन्होंने सरणंकरा बुद्ध से पहले जन्म लिया था। वे सरमान्दा कल्प के दूसरे बुद्ध थे। बुद्धवंश में, उनका संक्षेप में उल्लेख किया गया है।
जन्म स्थान : याघर
माता -पिता : पिता सुधेवा और माता यशोधरा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : कैला वृक्ष
3) सरणंकरा बुद्ध: सत्ताईस बुद्धों में से तीसरे हैं, जिन्होंने कुछ परंपराओं में दिपंकर बुद्ध से पहले जन्म लिया था। वे सरमान्दा कल्प के तीसरे बुद्ध और दीपांकर बुद्ध के पूर्ववर्ती भी थे। पाली कैनन के बुद्धवास में, उनका संक्षिप्त उल्लेख किया गया है।
जन्म स्थान : विपुल
माता -पिता : पिता सुमगल और माता यसवति
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : पुलिला वृक्ष
4) दिपंकर बुद्ध : अतीत के बुद्धों में से एक है। उनके बारे में कहा जाता है कि वह एक लाख वर्ष पूर्व पृथ्वी पर रह चुका है। कुछ बौद्ध परंपराओं के अनुसार, दीपंकर एक बुद्ध थे, जो गौतम बुद्ध, से पहले आत्मज्ञान युग में पहुंचे थे।
जन्म स्थान : रामवतीनगर
माता -पिता : पिता सुदेव और माता सुमेधया
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : पिप्फल वृक्ष
5) कौंडिन्य या कोहिनारा बुद्ध : का जन्म रामवती में हुआ था। उनके पिता राजा सुनंद और उनकी माता सुजाता थे। वह कोंडनगोटा के थे,एक दन्त कथा के अनुसार वे अट्ठाईस हाथ लंबे थे । दस हज़ार वर्षों तक वह रुसी, सुरूसी और सुभा में एक आम आदमी के रूप में रहे। उनकी पत्नी रुदिदेवी और उनका पुत्र विजयसेन थे।
जन्म स्थान : रामवती
माता -पिता : पिता राजा सुनंद और माता रानी सुजाता
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : सालकल्यान वृक्ष
6) मगल बुद्ध : सत्ताईस बुद्धों में से छठे, हैं जिन्होंने थेरवाद पाली के एक ग्रन्थ बुद्धवम्सा, और इसकी टीका के अनुसार सुमन बुध्द से पहले की थी। वह सरमान्दा कल्प के पहले बुद्ध भी थे।
जन्म स्थान : उत्तरानगर (माझिम्मादेसा )
माता -पिता : पिता उत्तर और माता उत्तरा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : नागा वृक्ष
7) सुमन बुध्द: सत्ताईस बुद्धों में से सातवे हैं जिन्होंने थेरवाद पाली के एक ग्रन्थ बुद्धवम्सा, और इसकी टीका के अनुसार रेवत बुध्द से पहले के है, उनके पत्नी का नाम वतंसिका और पुत्र का नाम अनुपम था
जन्म स्थान : मेखलानगर
माता -पिता : पिता राजा सुदस्सन और माता रानी सिरीमा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : नागा वृक्ष
😎 रेवत बुध्द :सत्ताईस बुद्धों में से आठवे हैं जिन्होंने थेरवाद पाली के एक ग्रन्थ बुद्धवम्सा, और इसकी टीका के अनुसार शोबिता बुध्द से पहले के है
उनकी पत्नी सुदासना और उनका पुत्र वरुण। उनके जीवन में उनके द्वारा रखे गए तीन महल सुदसाना, रतनगघी और ओवला थे। उन्होंने सात महीने तक कठोर तपस्या की और एक नगा पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्त किया, जिसके लिए साधुदेवी ने दूध चावल की खीर और और आजिवक वरुणिन्धरा ने आसान के लिए कुश घास दी।उनका पहला उपदेश वरुणाराम में दिया गया था।
जन्म स्थान : सुधन्नवातीनगर
माता -पिता : पिता विपाला और माता विपुला
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : नागा वृक्ष
9) शोबिता बुध्द : सत्ताईस बुद्धों में से नैवे हैं जिन्होंने थेरवाद पाली के एक ग्रन्थ बुद्धवम्सा, और इसकी टीका के अनुसार अनोमदस्सी बुद्ध से पहले के है l
जन्म स्थान : सुधम्मानगर
माता -पिता : पिता सुधम्म और माता सुधम्मा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : नागा वृक्ष
10) अनोमदस्सी बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ के बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, अनोमदस्सी बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से दसवें हैं जिन्होंने पदुमा बुद्धसे पहले जन्म लिया था। वे वरा कल्प के पहले बुद्ध भी थे।
जन्म स्थान : चन्दावतीनगर
माता -पिता : पिता यसवा और माता यशोदरा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : अज्जुना वृक्ष
11) पदुमा बुद्ध : पादुमाय सत्ताईस बुद्धों में से ग्यारवें बुद्ध थे । उनकी पत्नी उत्तरा और उनका बेटा राममा था। धनावती ने उन्हें दूध चावल के खीर का दान दिया, और तिथका नाम के एक अजिवाक् ने बोधि वृक्ष के नीचे आसान के लिए घास फैला दी, जो एक महासन था । उन्होंने धनंजययाना में अपने पहले उपदेश दिया। उनके मुख्य शिष्य उनके छोटे भाई साल और उपासल थे और उनके परिचारक वरुण थे। राधा और सुराधा उनकी प्रमुख महिला शिष्या थीं, और उनके मुख्य संरक्षक पुरुष और महिलाओं के बीच रूइया और नंदराम थे।
जन्म स्थान : चैम्पयनगर
माता -पिता : पिता खत्तिया असमा और माता असमा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : साल वृक्ष
12) नारद बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ के बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, नारद बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से बारवे हैं जिन्होंने पद्मुत्तारा बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : धम्मावतीनगर
माता -पिता : राजा सुदेव और रानी अनुपमा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : सोनका वृक्ष
13) पद्मुत्तारा बुद्ध : थेरवाद ग्रन्थ के बुद्धवम्सा के अनुसार, पद्मुत्तारा बुद्ध सत्ताईस बुद्धों की तेरहवीं हैं जिन्होंiने सुमेध बुद्ध से पहले जन्म लिया था।
जन्म स्थान : हंसवतीनगर
माता -पिता : पिता अनुरुला और माता सुजाता
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : साल वृक्ष
14) सुमेध बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, सुमेध बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से चौदहवें हैं जिन्होंने सुजात बुद्ध से पहले की थी। सुमेधा बुद्ध का जन्म सुदसाना में हुआ था।और मेधराम में मृत्यु हो गईlसुमेधा बुद्ध के जीवनकाल के दौरान, गोतम बुद्ध का जन्म एक ब्राह्मण उत्तरा के रूप में जाना जाता है l
जन्म स्थान : सुदासनानगर
माता -पिता : पिता सुमेध और माता सुमेधा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : निपा वृक्ष
15) सुजात बुद्ध :थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, सुजात बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से पंद्रहवें हैं जिन्होंने पियदस्सी बुद्ध से पहले जन्म लिया था। वह मन्दा कल्प के दूसरे बुद्ध भी थे
जन्म स्थान : सुमंगलनगर
माता -पिता : पिता उग्गत और माता पब्बावति
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : वेलु वृक्ष
16) पियदस्सी बुद्ध :थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, सुजात बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से सोलवे बुद्ध हैं जिन्होंने अत्थदस्सी बुद्ध से पहले जन्म लिया था।उनकी पत्नी विमला और उनका बेटा कंचनावेल (कंचना) था।, उन्हें वासभास पुत्री द्वारा दूध चावल की खीर और अजीवका सुजात द्वारा उनकी आसान के लिए कुश घास दिया गया था उनके प्रमुख शिष्य भिक्षुओं के बीच पालिता और सबदबासि थे और भिक्षुनी के बीच सुजाता और धम्मिन्ना, उनकी निरंतर परिचर शोभिता था । सननाक और धम्मिक उनके प्रमुख पुरुषों में संरक्षक थे, और विशाखी और धम्मिदिन्ना महिलाओं के बीच और उनकी मृत्यु अट्टारथामा में हुई थी
जन्म स्थान : सुदंनानागर
माता -पिता : पिता सुदत्त और माता सुभद्रा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : ककुधा वृक्ष
17) अत्थदस्सी बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, अत्थदस्सी बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से सत्तरवे बुद्ध हैं जिन्होंने धम्मदस्सी बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : सोननगर
माता -पिता : पिता सागर और माता सुदस्सना
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : चंपा वृक्ष
18) धम्मदस्सी बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, धम्मदस्सी बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से अठारवे बुद्धों हैं जिन्होंने सिद्धार्थ बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : सुरनांगरा
माता -पिता : पिता सुराणामः और माता सुनंदा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : बिम्बफल वृक्ष
19) सिद्धार्थ बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, सिद्धार्थ बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से उनीसवे बुद्ध हैं जिन्होंने तिस्सा बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : विभारानगर
माता -पिता : पिता उडेनी और माता सुपासा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : कनिहानी वृक्ष
20) तिस्सा बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, तिस्सा बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से बीसवें बुद्ध हैं जिन्होंने पुस्य बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : खेमनगर
माता -पिता : पिता जनसंदो और माता पदमा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : असान वृक्ष
21) पुस्य बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, पुस्य बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से इक्कीसवे बुद्ध हैं जिन्होंने विप्पसी बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : काशी
माता -पिता : पिता जयसेन और माता श्रीमाया
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : अमला वृक्ष
22) विप्पसी बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, विप्पसी बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से बाईसवे बुद्ध हैं जिन्होंने सीखी बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : बन्दुवतीनगर
माता -पिता : पिता विपस्सी और माता विपस्सी
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : पतली वृक्ष
23) सीखी बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, सीखी बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से तेईसवे बुद्ध हैं जिन्होंने ऐतिहासिक गौतम बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : अरुणावत्तिनगर
माता -पिता : पिता अरुणवत्त और माता प्रभावती
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : पुण्डरीको वृक्ष
24) वेस्सभू बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, वेस्सभू बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से चौबीसवे बुद्ध हैं जिन्होंने ककुसन्ध बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : अनूपमानगर
माता -पिता : पिता सुप्पालीतथा और माता यशवती
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : साल वृक्ष
25) ककुसन्ध बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, ककुसन्ध बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से पच्चीसवे बुद्ध हैं जिन्होंने कोणागमन बुध्द से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : खेमवतीनगर
माता -पिता : पिता अगिदत्त और माता विशाखा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : आईरिस वृक्ष
26) कोणागमन बुध्द : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, कोणागमन बुध्द सत्ताईस बुद्धों में से छब्बीसवे बुद्ध हैं जिन्होंने कस्सप बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : शोबावतीनगर
माता -पिता : पिता यांनादत्त और माता उत्तरा
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : उदुम्बर वृक्ष
27) कस्सप बुद्ध : थेरवाद बौद्ध धर्म के पाली ग्रन्थ की बुद्धवम्सा और इसकी टीका के अनुसार, कस्सप बुद्ध सत्ताईस बुद्धों में से सत्ताईसवे बुद्ध हैं जिन्होंने गौतम बुद्ध से पहले जन्म लिया था
जन्म स्थान : बनारस
माता -पिता : पिता राजा ब्रह्मदत्ता और माता धनावती
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : निग्रोद वृक्ष
28) गौत्तम बुद्ध : बौद्ध परम्परा के अनुसार गौत्तम बुद्ध अट्ठाइसवे बुद्ध है
जन्म स्थान : लुम्बिनी
माता -पिता : पिता राजा शुद्धोधन और माता रानी महामाया
ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) :अस्तु बोधि वृक्ष
29) मेत्तेय्य बुद्ध : मैत्रेय (संस्कृत), मेत्तेय्य (पाली), बौद्ध धर्मशास्त्र में इनहे दुनिया का भावी बुद्ध माना जाता है। कुछ बौद्ध साहित्य, जैसे अमिताभ सूत्र और लोटस सूत्र में, उन्हें अजीता के रूप में जाना जाता है।
अनुमानित जन्म स्थान : केतुमति
अनुमानित माता -पिता : पिता सुब्रमा और माता ब्रम्हावती
अनुमानित ध्यान प्राप्ति का वृक्ष ( बोधिरुक्का ) : नागा बोधि वृक्ष
साधु साधु साधु अनुमोदामि
#भिक्खुसाक्यमुनि